अपने अस्तित्व के गत 32 सालों में इस संस्थान ने विविध विषयों पर कार्य किया है। भारतीय भाषा संस्थान विविध विचारों के सम्मिश्रण हेतु उन विषयों के लिए एक उत्प्रेरक का कार्य करता है जो पारंपरिक रूप से परस्पर विरोधी माने जाते हैं। वर्तमान काल में इस प्रकार के संगम अधिक प्रत्यक्ष हैं। वस्तुतः ऐसे व्यापक अतिव्याप्त क्षेत्रों की सीमारेखाओं पर अनगिनत कर्मचारी हैं जो मानव एवं प्रकृति के अध्ययन के दृष्टिकोणों के जनक हैं। अनभिज्ञ छात्रों के रूप में हमें शीघ्र अहसास होता है कि ये घटनाएँ भाषा, समाज व संस्कृति की परस्पर संबद्ध शक्तियों के रहस्य को उजागर करने में राह दिखाती हैं।